10 January 2021

WISDOM ------

  एक  राज्य  में  एक  दानी  राजा  रहा  करते  थे   l   उनके  महल  में  हर  समय  याचकों  की  भीड़  लगी  रहती  थी  l   एक  बार  एक  संत   उस  राज्य  में  पधारे  l   उन्हें  राजा  की   दानी  प्रवृति  के  विषय  में  पता  चला   तो  वे  राजा  से  मिलने  पहुंचे  l   राजा  ने  उनका  यथोचित  स्वागत - सत्कार  किया   और  पूछा  ---- " महात्मन  !  मैं  आपकी  क्या  सेवा    कर  सकता  हूँ   ? "  संत  बोले  ----- " राजन  !  आप  दानवीर  हैं  ,  यह  स्वयं  एक  धार्मिक  गुण   है  ,  परन्तु   उसके  साथ  आप  एक  राजा   भी  हैं  ,  इसलिए  आपको  राजधर्म  भी  याद  दिलाने  आया  हूँ   l   आपसे  बिना  परिश्रम   दान  का  धन  पाकर   आपकी  प्रजा  श्रम  से  विमुख  होकर   आलसी  बन  गई  है   और  यों   ही   दान  पा  लेने  से  उनके  जीवन  में   कोई  सार्थक  परिवर्तन   भी  नहीं   आ   पा  रहा  है   l   इससे  अच्छा  है  आप  उन्हें  रोजगार  के  साधन  उपलब्ध  कराएं  l  "  राजा  को  संत  की  बात  समझ  में  आ  गई  और  उन्होंने  वही  पथ  अपना  लिया   l 

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