25 July 2021

WISDOM -----

  '  सच्चे  गुरु  के  लिए   सैकड़ों  जन्म  समर्पित   हैं  ,  सच्चा  गुरु  वहां  पहुंचा  देता  है    जहाँ  शिष्य  अपने  पुरुषार्थ   से  कभी  नहीं  पहुँच  सकता   है  l  "   पं. श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं  ---- ' जो  भी  गुरुसत्ता  के  चरणों  में  ,  उनके  आदर्शों  के  प्रति     समर्पित  हो  ,  अपने  मन  व   बुद्धि  को  लगा  देता  है  ,  संशयों  को  मन  से  निकाल  देता  है  ,  उसके  जीवन  की  दिशा  धारा  ही  बदल  जाती  है   l   उसका  आध्यात्मिक  कायाकल्प  हो  जाता  है  l   आंतरिक  चेतना  के  परिमार्जन   एवं  उसके  विकास  के  लिए   जिस  दवा  की  आवश्यकता  होती  है  ,  वह  अत्यंत  दुर्लभ  होती  है  l   सामर्थ्यवान  गुरु  ही  ऐसी  दवा  देने  की  क्षमता  रखता  है   l "

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