शास्त्रों में कहा गया है --- ' दुष्टों से न दोस्ती अच्छी , न दुश्मनी l उनसे सतर्क रहे l एक कथा है ---- ' एक पंडित जी नदी में नहा रहे थे l उन्होंने देखा कि एक बिच्छु पानी में बहता जा रहा है l उन्हें उस पर दया आ गई , उन्होंने उसे बचाने के लिए उसे पानी से निकाल कर अपने हाथ में रखा l पानी से निकलते ही बिच्छू ने उनके हाथ में काट लिया और महात्मा जी के हाथ से छूटकर पुन: पानी में जा गिरा l महात्मा जी ने उसे तीन बार निकाला और तीनों बार उसने उनके हाथ में काट लिया l शिष्य उन्हें अचरज से देख रहे थे l महात्मा जी ने उन्हें समझाया कि --- ' प्रत्येक घटना हमें कुछ शिक्षा देती है , यह घटना हमें सिखाती है कि प्राणी चाहे वह मनुष्य हो या कोई अन्य प्राणी , अपनी मूल प्रवृति नहीं छोड़ता , अपना स्वाभाव नहीं बदलता l बिच्छू पर कितनी भी दया करो , वह मौका मिलने पर डंक मारने से नहीं चूकेगा , इसलिए ऐसे लोगों से हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए l
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