9 December 2021

WISDOM ------

   मनुष्य  जीवन  है   तो  समस्याएं  आती - जाती  रहती  हैं   l   अधिकांश  लोगों  का  यह  स्वभाव   ही  होती  है  कि   वे  अपनी  परेशानियों  और  कष्टों  के  लिए  दूसरों  को  जिम्मेदार  ठहराते  हैं  l  सांसारिक  उलझनें  इतनी  हैं  कि   हम  अपने  भीतर  देख  ही  नहीं  पाते  कि   वास्तव  में  कमी  कहाँ  है  l   चाहें  पारिवारिक  स्तर  पर  देखें  या  विशाल  स्तर  पर    जब  कमी  अपने  में  होती  है ,  अपना  ही  दांव  कमजोर  होता  है    तब  दूसरे  उसका  फायदा  उठाते  हैं  l   इन  सबके  मूल  में  कारण  है  --- मनुष्य  की  कमजोरियां  -- ईर्ष्या , द्वेष , महत्वाकांक्षा , लोभ , लालच ,  कामना , वासना  -- इन  दुर्गुणों  के  कारण  व्यक्ति  विवेक शून्य  हो  जाता  है  ,  उसे   अच्छे - बुरे   का ज्ञान  ही  नहीं  होता  l   इन  सब  से  निपटने  के  लिए  हंस  जैसी  विवेक  बुद्धि  जरुरी  है  l   अपनी  और  अपने  परिवार  की  कमियों मको  दूर  कर  के  ही  बाहरी  तत्वों  को  पराजित  कर  सकते  हैं    l 

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