12 June 2022

WISDOM------

  लघु -कथा -------  जंगल  में  खरगोशों  की  सभा  बुलाई  गई  l  सभा  का  उद्देश्य  अपनी -अपनी  पीड़ा  व्यक्त  करना  था  l  भोजन  के  अभाव  से  लेकर   शिकारी  जानवरों  द्वारा  द्वारा  पीछा  करना   तक   आदि  बहुत  से  विषयों  पर  चर्चा  हुई  l   अंत  में  निष्कर्ष  यह  निकला  कि  उनकी  व्यथा  का  मूल  कारण विधाता  ही  हैं  ,  जिन्होंने  उन्हें  इतना  छोटा  ,  दुर्बल  और  असहाय  बना  दिया   है  कि  वे  निरीह  माने  जाते  हैं   l  सबने  निर्णय  किया  कि  ऐसी  परिस्थिति  में   सामूहिक  आत्महत्या  के  अतिरिक्त   और  कोई  विकल्प  ही  नहीं  बचता  l      इसी  संकल्प  के  साथ  वे  सब  तालाब  को  चले   कि  वहां  जाकर  डूब  मरेंगे  l  तालाब  के  किनारे  मेढ़क  बैठे  थे  ,  वे  खरगोशों  को  देखकर  डर  कर  भागे   l  यह  देखकर  एक  समझदार  खरगोश  बोला ----- " मित्रों  !  अब  हमें   आत्महत्या  करने   आवश्यकता  नहीं   है  l  इस  संसार  में   हमसे  दुर्बल  अनेकों  जीव  हैं   l  हमें  विधाता  ने  जो  दिया  है  ,  उसी  पर  संतोष  करना  चाहिए   l  "   विषम  परिस्थितियों  में  भगवान  को  कोसने  के  बजाय   उन    विशेषताओं  पर  गर्व  करना  चाहिए  ,    जिन  से    सुसज्जित    कर  भगवान  ने  हमें   मनुष्य  रूप के  रूप  में  धरती  पर  भेजा  है  l     

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