13 June 2022

WISDOM------

   लघु -कथा ----   ' व्यक्ति  का  जैसा  स्वभाव -चिंतन  होता  है  , उसे  वैसी  ही  दुनिया  दिखाई  देती  है  l '    ---      एक  चित्रकार  ने  बड़ी  मेहनत  से  एक  भूखे - गरीब  आदमी  का   बड़ा  सा   चित्र  बनाया  l   चित्र  इतना   प्राकृतिक  लगता  मानो  आदमी  की  पीड़ा   उभरकर   कैनवस  पर  रख  दी  हो   l  दर्द  से  कराहता ,  झुर्रियां  पड़ी  हुईं  l  कपड़े  चीथड़े ,  तार -तार  दर्शाए  गए  थे   l  चित्र  को  देखकर  लोगों  के  मन  में   दुःख  के  चिन्ह  उभरते   l   लोग  अपनी - अपनी  मनोवृति  के  अनुसार   अटकलें  लगाते , चित्र  का  वर्णन  करते   l  चित्रकार  के  एक  डॉक्टर  मित्र  ने   चित्र  को  देखा   और  बड़ी  देर  तक  चित्र  को  देखता  ही  रहा  l   अंत  में  उसकी  प्रशंसा  करते  हुए  बोला ---- " लगता  है  इस  आदमी  के  पेट  में  तकलीफ  है  l  वही  अपने  इस  चित्र  में  बताई  है   l  "  दुनिया  अपने  चिंतन  के  अनुरूप  ही  दिखाई  पड़ती  है   l  

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