लघु -कथा ---- सत्य और असत्य नाम के दो भाई थे l सत्य स्वच्छ और सुन्दर जबकि असत्य मलिन और देखने से ही अप्रिय लग रहा था l असत्य जहाँ जाता ठुकराया और दुत्कारा ही जाता लेकिन सत्य का सम्मान होता l इसलिए असत्य को सत्य से ईर्ष्या हो गई और उसने सत्य से बदला लेने का निश्चय किया l एक बार दोनों तीर्थ यात्रा पर निकले , घूमते - घूमते बद्रीनाथ पहुंचे l स्नान करने के लिए एक सरोवर में उतरे l सत्य देह मल -मलकर स्नान करने में लगा था , इस बीच असत्य चुपचाप उसके कपड़े पहन कर भाग गया l सरोवर से बाहर निकलने पर सत्य को विवश होकर असत्य के कपडे पहनने पड़े l तब से दोनों बराबर घूम रहे हैं l अब हर जगह , हर व्यक्ति के पास असत्य की पूजा होती है , उसे सम्मान मिलता है क्योंकि उसने सत्य के कपड़े पहन लिए हैं , यह बात आम जनता नहीं जानती और अब सत्य दर -दर मारा -मारा फिर रहा है l
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