पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी लिखते हैं ---- 'सारे झगड़े कटु वचन से होते हैं l मीठी वाणी सबको वश में कर लेती है l वाणी का संयम आवश्यक है l ' ----एक औरत ने अपनी सहेली से कहा ---- ' मेरे पति बहुत गुस्सा करते हैं , घर में रोज लड़ाई होती है l " उसने कहा --- " अरे , इसकी तो बहुत अच्छी दवा है मेरे पास , तुम एक काम करना l जब वे कुछ कहें तो मुंह में गोली रख लेना l पर कुछ बोलना मत , नहीं तो दवा का असर ख़त्म हो जायेगा l उसने ऐसा ही किया , दो दिन बाद बोली ---" बहन ! तुम्हारी दवा ने बहुत काम किया l क्या नाम है इस दवा का , मैं भी मंगवा लुंगी l उसने कहा --- " प्यारी बहन ! वह तो मिश्री की डली थी l काम उस गोली ने नहीं , तुम्हारे चुप रहने ने किया l एक चुप सौ को हराए l "
No comments:
Post a Comment