11 November 2022

WISDOM ---

   फूलों  से  लदे  गुलाब  के  पौधे  को  चिंतामग्न  देखकर   पास  में  उगे   आम  के  पौधे  ने  उससे  इसका  कारण  पूछा  l  गुलाब  ने  कहा --- " आज  तो  मैं  फूलों  से  लदा  हूँ  ,  पर  वह  पतझड़  दूर  नहीं  ,  जब  मुझ  पर  एक  भी  पत्ता  शेष  न  होगा  l  आज  जो  मेरे  सौन्दर्य  की  प्रशंसा  करते  थकते  नहीं  ,  कल  वे  मेरी  ओर  देखेंगे  भी  नहीं  l  क्या  यह  कम  चिंता  की  बात  है  ? "  इतना  कहकर  गुलाब  के  पौधे  ने   हताशा  से  सिर  झुका  लिया  l   आम  का  पौधा  बोला  --- " मित्र  !  कल  के  पतझड़  की  चिंता  करने  के  बजाय   तुम  उसके  बाद  पुन:  लौटने  वाले   वसंत  के  विषय  में  क्यों  नहीं  सोचते  l  मुझे  देखो  , अभी  मुझे  वृक्ष  बनने  में  वर्षों  लगेंगे,  पर  मैं  उसी  आशा  में  निरंतर  मुदित  बना  रहता  हूँ  l "    हमारी  सोच  सकारात्मक  हो  l  हर  रात  के  बाद  सुबह  अवश्य  होती  है  l  

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